“रक्षाबंधन के खास मौके पर बनाएं घेवर – जानिए कुरकुरी मलाई घेवर बनाने की आसान विधि और त्योहार में मिठास घोलने वाला राज”

रक्षाबंधन और मिठास का अटूट रिश्ता आईए बानते हैं रक्षाबंधन स्पेशल राजस्थानी घेवर रेसिपी

रक्षाबंधन केवल राखी का त्योहार नहीं है, यह भाई-बहन के रिश्ते की मिठास का प्रतीक भी है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई उन्हें उपहार देते हैं। लेकिन इस त्यौहार में मिठाइयों का विशेष स्थान होता है, और जब बात हो रक्षाबंधन की, तो राजस्थानी घेवर (Ghewar) के बिना यह अधूरा लगता है। पारंपरिक मिठाइयों में घेवर की एक अलग पहचान है, जो खासतौर पर सावन और रक्षाबंधन में बनाई जाती है।

घेवर क्या है? (What is Ghewar?)

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घेवर एक परंपरागत राजस्थानी मिठाई है, जो मैदे, घी और चीनी की चाशनी से तैयार की जाती है। यह छत्ते के आकार जैसी दिखती है और इसका स्वाद कुरकुरा और रसीला होता है। घेवर को अक्सर मलाई, रबड़ी, केसर और मेवे से सजाया जाता है।

घेवर बनाने की सामग्री (Ingredients for Ghewar Recipe):

सामग्रीमात्रा
मैदा (All-purpose flour)2 कप
घी (घुला हुआ)½ कप
ठंडा दूध½ कप
ठंडा पानीलगभग 2-3 कप
बर्फ के टुकड़े4-5
चीनी (Sugar)1½ कप
पानी (चाशनी के लिए)1 कप
केसर (Saffron)कुछ धागे
इलायची पाउडर1 चुटकी
मलाई / रबड़ी1 कप (वैकल्पिक)
कटे हुए मेवे (बादाम, पिस्ता)सजाने के लिए
देसी घी (तलने के लिए)आवश्यकतानुसार

घेवर बनाने की विधि (Step-by-Step Ghewar Recipe in Hindi):

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स्टेप 1: बैटर तैयार करना

  1. एक बड़े बर्तन में मैदा छान लें।
  2. उसमें घुला हुआ घी डालें और बर्फ के टुकड़ों के साथ मिलाएं ताकि मिश्रण मलाई जैसा हो जाए।
  3. अब धीरे-धीरे ठंडा दूध और फिर पानी मिलाते हुए पतला घोल तैयार करें। ध्यान दें कि घोल बिल्कुल पतला और बिना गुठली के होना चाहिए।

स्टेप 2: घेवर तलना

  1. एक गहरे और भारी तले के बर्तन में घी गरम करें (इतना कि घेवर तले जा सके)।
  2. जब घी मध्यम गर्म हो जाए, एक चम्मच बैटर को ऊंचाई से डालें। बैटर बर्तन के बीच में जाकर झाग छोड़ने लगेगा।
  3. झाग बैठने पर दोबारा बैटर डालें। इस प्रक्रिया को 4-5 बार दोहराएं ताकि घेवर में परतें बनें।
  4. जब घेवर सुनहरा हो जाए, उसे सावधानी से निकालकर प्लेट में रख दें और अतिरिक्त घी निकालने दें।

स्टेप 3: चाशनी बनाना

  1. एक पैन में चीनी और पानी मिलाकर उबालें।
  2. उसमें केसर और इलायची पाउडर डालें।
  3. एक तार की चाशनी बनाएं।

स्टेप 4: घेवर पर चाशनी डालना

  1. तैयार घेवर को हल्का ठंडा होने दें।
  2. उसके ऊपर गर्म चाशनी धीरे-धीरे डालें ताकि वो अंदर तक चली जाए।

स्टेप 5: सजावट

  1. अब घेवर के ऊपर मलाई या रबड़ी फैलाएं।
  2. कटे हुए मेवे और केसर से सजाएं।
  3. अब इसे ठंडा करके सर्व करें।

कुछ उपयोगी टिप्स (Pro Tips for Perfect Ghewar):

  • बैटर जितना पतला होगा, घेवर उतना ही कुरकुरा और परतदार बनेगा।
  • घी का तापमान बहुत अधिक या बहुत कम न हो – मध्यम आंच पर तला जाए।
  • घेवर को निकालते समय सावधानी रखें, क्योंकि वह बहुत नाजुक होता है।
  • आप चाहें तो घी की जगह रिफाइंड ऑयल भी ले सकते हैं लेकिन पारंपरिक स्वाद के लिए देसी घी सर्वोत्तम है।

घेवर के प्रकार (Types of Ghewar):

  1. सादा घेवर (Plain Ghewar) – केवल चाशनी वाला घेवर।
  2. मलाई घेवर (Malai Ghewar) – ऊपर से मलाई या रबड़ी और मेवे से सजाया गया।
  3. चॉकलेट घेवर – बच्चों के लिए खास, ऊपर से चॉकलेट सिरप और ड्रायफ्रूट्स।
  4. गुलाब घेवर – गुलाब जल और पंखुड़ियों से सुगंधित घेवर।
रक्षाबंधन पर घेवर का महत्व (Significance of Ghewar on Raksha Bandhan):

घेवर खासकर राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सावन और रक्षाबंधन के समय बहन को भेजे जाने वाले ‘भात’ में दिया जाता है। यह मिठाई बहनों के लिए विशेष प्रेम और समर्पण का प्रतीक होती है। इसे ताजा, घर पर बनाकर उपहार स्वरूप देना आज भी एक सुंदर परंपरा है।

निष्कर्ष (Conclusion):

रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व पर जब आप अपने भाई या बहन को घर पर बनी स्वादिष्ट घेवर खिलाते हैं, तो न केवल रिश्तों में मिठास घुलती है, बल्कि एक परंपरा को भी जीवित रखा जाता है। इस रक्षाबंधन, बाजार से मिठाई खरीदने के बजाय खुद घर पर घेवर बनाएं और अपनों को दें सच्चे प्रेम और स्वाद का तोहफा।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या घेवर को पहले से बना कर स्टोर किया जा सकता है?
हाँ, सादा घेवर को बिना चाशनी के 4-5 दिन तक एयरटाइट डिब्बे में रखा जा सकता है।

Q2. घेवर बनाने में कौनसा घी सबसे अच्छा होता है?
देसी गाय का घी घेवर के लिए सबसे उत्तम होता है।

Q3. क्या घेवर ओवन में भी बनाया जा सकता है?
घेवर की पारंपरिक बनावट तलने से ही आती है, ओवन से वैसा कुरकुरापन नहीं आएगा।

 

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